हवा का संगीत बीथोवन के संगीत की तरह है क्योंकि वह हमारे शरीर में घुस जाता है हर कोशिका में संगीत का स्पर्श-बीज वह बोता है पानी देता है खाद डालता है एक विराट वृक्ष की प्रतीक्षा में रहता है।
हिंदी समय में ए. अरविंदाक्षन की रचनाएँ